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देश के नवनिर्माता पंडित जवाहरलाल नेहरू को अमरीश कुमार विचार मंच ने भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की

ऋषिकुल स्थित कार्यालय में पंडित नेहरू के योगदानों को याद करते हुए उनकी याद में विशेष कार्यक्रम आयोजित कर नई पीढ़ी को प्रेरित किया गया।

हरिद्वार। देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की पुण्यतिथि के अवसर पर ऋषिकुल स्थित अमरीश कुमार विचार मंच के कार्यालय में एक भावपूर्ण श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में मंच के सभी सदस्य तथा समाज के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे, जिन्होंने नेहरू जी के जीवन और उनके अतुलनीय योगदानों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान उनकी दूरदर्शिता, राष्ट्रनिर्माण में उनकी भूमिका, और भारत के विकास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को विस्तार से सराहा गया। उपस्थित सभी लोगों ने नेहरू जी के आदर्शों और उनके विचारों को आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत बताते हुए कहा कि उनकी विरासत आज भी देश के लिए मार्गदर्शक बनी हुई है। यह श्रद्धांजलि समारोह उनके व्यक्तित्व और योगदान को सम्मानित करने के साथ-साथ देश के प्रति उनके समर्पण को पुनः स्मरण कराने का एक महत्वपूर्ण माध्यम था।

मंच के अध्यक्ष सोम त्यागी ने पंडित जवाहरलाल नेहरू को स्वतंत्र भारत के सच्चे नवनिर्माता बताते हुए कहा कि उन्होंने देश को आधुनिक विज्ञान और तकनीकी के क्षेत्र में एक नई दिशा दी। उन्होंने विस्तार से बताया कि नेहरू जी के दूरदर्शी नेतृत्व में आईआईटी, एम्स, इसरो, भेल और भाखड़ा नंगल डैम जैसी महत्वपूर्ण राष्ट्रीय परियोजनाएं स्थापित हुईं, जो आज भारत को वैश्विक मंच पर एक सम्मानित और प्रगति की दिशा में अग्रसर राष्ट्र बनाती हैं। इन पहलों ने देश को न केवल तकनीकी और वैज्ञानिक क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाया, बल्कि आर्थिक विकास के नए आयाम भी खोले। सोम त्यागी ने कहा कि नेहरू जी की सोच और उनकी योजनाएं आज भी भारत के विकास के मूल स्तंभ हैं, जिनसे प्रेरणा लेकर देश निरंतर प्रगति कर रहा है और विश्व में अपनी पहचान मजबूत कर रहा है।

उन्होंने इस बात पर विशेष जोर दिया कि पंडित जवाहरलाल नेहरू का योगदान केवल राजनीति तक सीमित नहीं था, बल्कि उनका प्रभाव समाज और अर्थव्यवस्था के हर क्षेत्र में गहरा और अनमोल रहा है। आज़ाद भारत के निर्माण में उनका नजरिया केवल सत्ता संभालने का नहीं था, बल्कि वे एक ऐसे राष्ट्र की कल्पना करते थे जो समृद्ध, शिक्षित और वैज्ञानिक प्रगति के पथ पर अग्रसर हो। उन्होंने समाज में समरसता और आर्थिक विकास को बराबर महत्व दिया। नेहरू जी ने न केवल नए संस्थान स्थापित किए, बल्कि उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि विकास का लाभ हर वर्ग तक पहुंचे। उनके द्वारा शुरू किए गए योजनाएं और नीतियां देश के लिए मील के पत्थर साबित हुईं। इस प्रकार, वे एक सच्चे राष्ट्र निर्माता के रूप में याद किए जाते हैं, जिनका योगदान राजनीतिक से परे सामाजिक और आर्थिक उन्नति में भी अभूतपूर्व है।

इस दौरान मंच के वरिष्ठ सदस्य इसरार सलमानी ने पंडित नेहरू की गुटनिरपेक्ष नीति की विशेष प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि नेहरू की यह नीति भारत को वैश्विक राजनीति में एक अलग पहचान दिलाने वाली रही, जिसने देश को शांति और विकास के रास्ते पर अग्रसर किया। उनका यह दृष्टिकोण आज भी भारतीय विदेश नीति का मूल आधार माना जाता है। इसरार ने यह भी बताया कि नेहरू की दूरदर्शिता के कारण ही भारत ने स्वतंत्रता के बाद ऐसे मजबूत संस्थान बनाए जो आज पूरी दुनिया में भारत की शक्ति और प्रतिष्ठा का परिचायक हैं। इस अवसर पर मंच के कई युवा सदस्य भी मौजूद थे, जिन्होंने नेहरू जी के आदर्शों को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।

श्रद्धांजलि सभा में अंकित चौहान, रियाज़ अहमद, राजू चितकारा, शुभम रावत, जवाहर चावला, भारत कुमार, सोनू सैनी, रेखा गुप्ता, श्याम पेंटर, प्रवीण अग्रवाल, जावेद आलम, गगन देशवाल, मुकुल देव, देवेंद्र पवन सैनी, शिवम आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर पंडित नेहरू के विचारों और आदर्शों को सम्मानित किया और युवाओं को देश की सेवा के लिए प्रेरित किया। इस कार्यक्रम के दौरान विभिन्न वक्ताओं ने नेहरू जी के व्यक्तित्व और उनके कार्यों पर विस्तार से चर्चा की, जिससे सभी उपस्थित लोगों को प्रेरणा मिली।

इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम का उद्देश्य पंडित नेहरू के जीवन और कार्यों को याद करते हुए उनके द्वारा स्थापित मूल्यों को आज के युवाओं में पुनः जागृत करना था। अमरीश कुमार विचार मंच के सदस्यों ने भी इस दिशा में निरंतर काम करने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि नेहरू के सपनों को साकार करने के लिए हमें शिक्षा, विज्ञान, और तकनीकी विकास में निरंतर प्रयासरत रहना होगा। साथ ही, सामाजिक समरसता और देश के एकता को बनाए रखना भी उतना ही महत्वपूर्ण है, जितना कि आर्थिक विकास। मंच ने सभी को पंडित नेहरू के आदर्शों को जीवन में अपनाने का आह्वान किया।

इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू के विचार आज भी देश की प्रगति के लिए मार्गदर्शक हैं। उन्होंने आधुनिक भारत के निर्माण में जिस तरह की भूमिका निभाई, वह हमेशा याद रखी जाएगी। उनकी दूरदर्शिता और देश के प्रति समर्पण भाव ने भारत को एक मजबूत राष्ट्र के रूप में स्थापित किया। इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम में उमड़ती भीड़ और उत्साह ने साबित कर दिया कि पंडित नेहरू का नाम और उनके विचार सदियों तक जीवित रहेंगे और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करते रहेंगे।

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