काशीपुर। नगर निगम की ओर से चलाए जा रहे ‘स्वच्छता अपनाओ, बीमारी भगाओ’ अभियान ने शहर की तस्वीर बदलनी शुरू कर दी है। इस मुहिम की खास बात यह है कि यह केवल औपचारिकता भर नहीं है, बल्कि इसमें दिन और रात दोनों समय पर योजनाबद्ध और समर्पित प्रयास किए जा रहे हैं। नगर निगम के स्वच्छता निरीक्षक मनोज बिष्ट की सतत निगरानी में सफाई से जुड़ा यह कार्य एक मिशन की तरह संचालित हो रहा है। नगर के प्रत्येक कोने को चिह्नित कर वहां स्वच्छता के मानकों को लागू करने की रणनीति पर काम हो रहा है। विशेष रूप से व्यावसायिक क्षेत्रों में शाम होते ही अलग टीम सक्रिय हो जाती है, जो बाजार बंद होने के बाद जमा हुए कचरे का तुरंत निस्तारण सुनिश्चित करती है ताकि सुबह कोई अव्यवस्था या गंदगी नजर न आए। इस कार्यशैली ने लोगों में नगर निगम के प्रति एक नई तरह की जागरूकता और भरोसे का माहौल तैयार किया है।
दूसरी ओर, दिन के समय नगर निगम की टीमें बड़े नालों और जल भराव वाले क्षेत्रों की बारीकी से पहचान कर वहां सफाई अभियान चला रही हैं। जहां भी झाड़ियां फैल गई हैं या गंदगी ने डेरा जमा रखा है, वहां तत्काल सफाई सुनिश्चित की जा रही है। गंदगी अधिक होने की स्थिति में जेसीबी मशीनों का उपयोग करके भारी मलबा हटाया जा रहा है, जबकि अन्य इलाकों में ‘नाला गैंग’ की सहायता से मैन्युअल सफाई का कार्य संपन्न किया जा रहा है। इस मुहिम में यह ध्यान रखा जा रहा है कि शहर के सौंदर्य और स्वास्थ्य दोनों पर सकारात्मक असर पड़े। नालों से कीचड़ और कचरा निकालने के साथ-साथ यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कहीं से भी बदबू या अवरोध की शिकायत न उठे। हर दिन कुछ वार्डों को लक्ष्य बनाकर काम किया जा रहा है, जिससे नगर निगम का यह प्रयास मात्र दिखावा नहीं, बल्कि जमीनी हकीकत के रूप में सामने आ रहा है।

जब रात का अंधेरा शहर पर छा जाता है, तब भी यह अभियान थमता नहीं। खासकर वाणिज्यिक क्षेत्रों में रात के समय नगर निगम की अलग टीम सक्रिय होती है, जो दुकानों के शटर गिरते ही वहां की सफाई में जुट जाती है। कचरे को सड़कों पर फैलने से रोकने के लिए नियमित ‘नाईट स्वीपिंग’ की जा रही है, जिससे सुबह का दृश्य स्वच्छ और व्यवस्थित नजर आता है। रात में कचरा उठाने के साथ-साथ नालियों की सफाई भी की जा रही है, जिससे जल निकासी में कोई बाधा न हो। इस कार्य के लिए प्रशिक्षित सफाईकर्मियों की अलग टीम गठित की गई है, जो अनुशासित और समर्पित भाव से अपना कर्तव्य निभा रही है। इस रात-दिन चलने वाले प्रयास ने यह साबित कर दिया है कि यदि इच्छाशक्ति और नेतृत्व की स्पष्टता हो, तो कोई भी शहर स्वच्छता की नई ऊंचाइयों को छू सकता है।
इस समूचे अभियान की आत्मा में ‘नियमितता और प्रतिबद्धता’ स्पष्ट रूप से झलक रही है। चाहे दिन हो या रात, सफाई की प्रक्रिया में कोई ढील नहीं दी जा रही। मनोज बिष्ट की निगरानी में कार्य कर रही टीमें प्रत्येक कार्य को न केवल समय पर पूरा कर रही हैं, बल्कि गुणवत्ता का विशेष ध्यान रख रही हैं। नगर निगम ने यह दिखा दिया है कि सफाई एक बार का काम नहीं, बल्कि निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है, जिसमें हर दिन एक नई चुनौती होती है और हर दिन उसे पार करने की नई रणनीति। जनता भी अब इस मुहिम से जुड़ने लगी है और कई स्थानों पर स्थानीय नागरिकों ने निगम की टीमों के साथ मिलकर सफाई कार्यों में भागीदारी की है। इससे यह स्पष्ट हो गया है कि जब प्रशासन और जनमानस एक साथ आएं, तो किसी भी बदलाव को स्थायी रूप दिया जा सकता है। काशीपुर का यह परिवर्तन इसकी मिसाल बनता जा रहा है।

नगर निगम का यह अभियान केवल स्वच्छता तक सीमित नहीं है, बल्कि यह शहर को व्यवस्थित, सुंदर और बीमारियों से मुक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह प्रयास नगर निगम की उस सोच को प्रतिबिंबित करता है जिसमें शहर की भलाई को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। नालियों की सफाई, झाड़ियों की कटाई, कचरे का नियमित संग्रहण—ये सभी कार्य योजनाबद्ध तरीके से संपन्न किए जा रहे हैं। यह पूरी प्रक्रिया किसी त्योहारी तैयारी जैसी लगती है, जिसमें हर मोड़ पर साफ-सफाई की बारीकी देखी जा रही है। काशीपुर नगर निगम का यह संकल्प शहर के अन्य निकायों के लिए भी प्रेरणा बन सकता है। जिस प्रकार से यह अभियान बिना किसी शोरगुल के, मगर अत्यंत प्रभावी तरीके से आगे बढ़ रहा है, वह एक आदर्श प्रस्तुत करता है। आने वाले दिनों में इस निरंतर प्रयास से न केवल काशीपुर की छवि बदलेगी, बल्कि इसके नागरिकों को भी एक स्वस्थ और स्वच्छ वातावरण का उपहार मिलेगा।
स्वच्छता निरीक्षक मनोज बिष्ट ने ‘सहर प्रजातंत्र’ से बातचीत के दौरान बताया कि नगर निगम काशीपुर द्वारा चलाया जा रहा ‘स्वच्छता अपनाओ, बीमारी भगाओ’ अभियान केवल एक औपचारिक प्रयास नहीं, बल्कि यह एक निरंतर और समर्पित मिशन है जिसका उद्देश्य शहर को स्वच्छ, सुंदर और स्वस्थ बनाना है। उन्होंने कहा कि नगर निगम की टीमें दिन और रात दोनों समय पर पूरी जिम्मेदारी के साथ कार्य कर रही हैं। दिन के समय जहां बड़े नालों की सफाई, झाड़ियों की कटाई और गंदगी वाले क्षेत्रों में जेसीबी से मलबा हटाने का कार्य किया जा रहा है, वहीं रात में विशेष रूप से वाणिज्यिक क्षेत्रों में नाईट स्वीपिंग, कचरा संग्रहण और नालियों की सफाई पर फोकस किया जा रहा है। मनोज बिष्ट ने स्पष्ट किया कि यह केवल निगम का कार्य नहीं, बल्कि शहरवासियों की सहभागिता से ही यह अभियान पूरी तरह सफल हो सकता है। उन्होंने नागरिकों से स्वच्छता में सहयोग करने की भी अपील की।