काशीपुर। शहर को जलभराव की समस्या से स्थायी राहत दिलाने की जद्दोजहद इन दिनों तेजी पकड़ चुकी है। चाहे सूरज सिर पर हो या अंधेरी रात का सन्नाटा, काशीपुर नगर निगम की टीम महापौर दीपक बाली के नेतृत्व में पूरी मुस्तैदी से जुटी हुई है। कटोराताल से लेकर कूर्मांचल कॉलोनी तक निगम कर्मियों की सक्रियता ने यह जता दिया है कि इस बार शहर को पानी में डूबने से बचाने का इरादा पक्का है। बीती रात निगम की टीम ने जेसीबी मशीनों की मदद से नालियों की गहराई तक जमी गंदगी को हटाने का युद्ध स्तर पर काम शुरू किया। इस सफाई अभियान में हर उस अवरोध को खत्म करने का प्रयास किया गया, जो जल निकासी में रुकावट बन रहा था। जिस तरह निगम की जेसीबी मशीनें रात के सन्नाटे में भी गरजती रहीं, उसने यह साफ कर दिया कि नगर निगम इस बार सिर्फ दिखावे की कार्यवाही करने नहीं उतरा, बल्कि जमीन पर असर दिखाने आया है।
साफ-सफाई के इस बेहद अहम अभियान में स्वास्थ्य निरीक्षक डॉ मनोज बिष्ट खुद मोर्चा संभाले नजर आए। उनकी देखरेख में टीम ने उन नालियों की तली में जमी वर्षों पुरानी सिल्ट और कचरे को हटाने का जिम्मा उठाया, जो बारिश के पानी को रोकने का सबसे बड़ा कारण बनी हुई थीं। हालांकि, नालियों पर वर्षों से जड़े स्लैब्स ने सफाई कार्य में खासी परेशानी खड़ी कर दी। कई जगहों पर स्लैब्स को हटाने के दौरान स्थानीय लोगों ने विरोध भी जताया। कुछ लोगों का मानना था कि स्लैब हटाने से उनकी व्यक्तिगत सुविधा प्रभावित होगी, लेकिन डॉ मनोज बिष्ट की समझाइश और नगर निगम की टीम की समझदारी ने हालात को बिगड़ने नहीं दिया। जेसीबी के पंजों ने धीरे-धीरे उन स्लैब्स और जमे हुए कचरे को उखाड़कर बाहर फेंक दिया, जो बरसों से शहर की जल निकासी व्यवस्था को जाम कर रहे थे।
रात गहराने के बावजूद सफाई अभियान में कोई कमी नहीं आने दी गई। महापौर दीपक बाली की कड़ी निगरानी में चल रहा यह ऑपरेशन करीब तीन बजे रात तक जारी रहा। टीम ने इस दौरान लगभग आधा नाला पूरी तरह साफ कर दिया। हर बार की तरह महज औपचारिकता निभाने का तरीका इस बार नजर नहीं आया। जेसीबी मशीनें लगातार चलती रहीं और निगमकर्मी बिना थके डटे रहे। जिन इलाकों में स्लैब्स हटाना संभव नहीं था, वहां हाथों से उठाकर कचरा निकाला गया। निगम की इस तत्परता ने यह साबित कर दिया कि बारिश के मौसम में जलभराव की शिकायत करने वालों को इस बार राहत जरूर मिलेगी।
फिलहाल यह सफाई अभियान यहीं थमने वाला नहीं है। नगर निगम की ओर से साफ कर दिया गया है कि जब तक पूरे इलाके की नालियों को पूरी तरह से दुरुस्त नहीं कर दिया जाता, तब तक यह कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। महापौर दीपक बाली ने भी साफ शब्दों में कहा है कि शहर की जनता को जलभराव से निजात दिलाना उनकी सर्वाेच्च प्राथमिकता है। उनका कहना है कि चाहे कितनी भी रात हो या मौसम कैसा भी हो, नगर निगम की टीम तब तक चौन से नहीं बैठेगी जब तक पूरे शहर की जल निकासी व्यवस्था सुचारू नहीं हो जाती। डॉ मनोज बिष्ट और उनकी टीम भी पूरी शिद्दत से जुटी हुई है। स्थानीय लोग जो कभी विरोध कर रहे थे, वह भी अब इस अभियान की अहमियत को समझने लगे हैं। शहर के लोग उम्मीद कर रहे हैं कि इस बार बरसात में काशीपुर को डूबने का डर नहीं सताएगा।
नगर निगम आयुक्त रविन्द्र सिंह बिष्ट ने ‘सहर प्रजातंत्र’ से विशेष बातचीत के दौरान स्पष्ट रूप से कहा कि काशीपुर नगर निगम की पूरी टीम शहर के विकास और जनहित के कामों को पूरी ईमानदारी और प्रतिबद्धता के साथ अंजाम दे रही है। उन्होंने बताया कि महापौर दीपक बाली के नेतृत्व में नगर निगम का एक ही लक्ष्य है—काशीपुर को स्वच्छ, सुंदर और जलभराव मुक्त बनाना। रविन्द्र सिंह बिष्ट ने कहा कि हम सिर्फ कागजों पर योजनाएं नहीं बना रहे, बल्कि जमीनी स्तर पर उन पर गंभीरता से काम कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि नालियों की सफाई, जल निकासी व्यवस्था को दुरुस्त करना और कूड़े के प्रबंधन से लेकर शहर को हर स्तर पर बेहतर बनाने के लिए निगम दिन-रात प्रयासरत है। कहीं भी कोई रुकावट आती है तो हमारी टीम तत्काल मौके पर पहुंचकर समाधान करती है। साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जनसहयोग के बिना कोई भी अभियान सफल नहीं हो सकता, इसलिए शहरवासियों से भी अपील है कि वह निगम का साथ दें और स्वच्छता में अपना योगदान जरूर दें।
स्वास्थ्य निरीक्षक डॉ मनोज बिष्ट ने ‘सहर प्रजातंत्र’ से खास बातचीत के दौरान स्पष्ट रूप से कहा कि नगर निगम का मुख्य उद्देश्य इस समय शहर को जलभराव की समस्या से निजात दिलाना है। उन्होंने बताया कि निगम की पूरी टीम पूरी निष्ठा और जिम्मेदारी के साथ दिन-रात काम कर रही है। डॉ मनोज बिष्ट ने बताया कि नालियों में जमी सिल्ट, कूड़ा और गंदगी ही शहर में जल भराव का सबसे बड़ा कारण है, जिसे हटाने के लिए जेसीबी मशीनों की मदद से बड़े स्तर पर सफाई अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि कई जगह नालियों के ऊपर स्लैब लगे होने के कारण दिक्कतें आती हैं, लेकिन निगम की टीम उन्हें हटाकर अंदर की गंदगी को बाहर निकाल रही है। इस दौरान कुछ लोग स्लैब हटाने का विरोध भी करते हैं, लेकिन जनहित को देखते हुए निगम किसी भी हाल में पीछे नहीं हटेगा। उन्होंने कहा कि यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक नालियां पूरी तरह साफ नहीं हो जातीं। साथ ही नागरिकों से अपील की कि सफाई में सहयोग करें।