रामनगर। पीएनजी पीजी कॉलेज में करियर काउंसलिंग सेल और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) अकादमी, मुंबई के संयुक्त तत्वावधान में चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम श्गौरवश् आज संपन्न हो गया। यह विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम युवाओं को बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं और बीमा (बीएफएसआई) क्षेत्र में प्रशिक्षित करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था। कार्यक्रम के अंतिम दिन प्रतिभागियों को एनएसई द्वारा आयोजित ऑनलाइन टेस्ट का सामना करना पड़ा, जिसमें उनके कौशल और ज्ञान का मूल्यांकन किया गया।
इस अवसर पर कॉलेज की प्रभारी प्राचार्य एवं अर्थशास्त्र विभाग की प्रमुख प्रोफेसर अनुमिता अग्रवाल उपस्थित रहीं, जिन्होंने प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को संबोधित किया और वित्तीय साक्षरता के महत्व पर बल दिया। उन्होंने इस संदर्भ में दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मन मोहन सिंह के योगदान को याद करते हुए कहा कि वित्तीय जागरूकता युवाओं के भविष्य को सुदृढ़ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उन्होंने छात्रों को वित्तीय क्षेत्र से जुड़ी जानकारी प्राप्त करने और इसका व्यावहारिक लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया।
कॉलेज के करियर काउंसलिंग सेल के प्रभारी डॉ. अनुराग श्रीवास्तव ने भी इस अवसर पर विद्यार्थियों से संवाद किया। उन्होंने करियर काउंसलिंग सेल की भूमिका को स्पष्ट करते हुए कहा कि यह न केवल छात्रों को मार्गदर्शन देता है, बल्कि उन्हें विभिन्न नौकरियों और संभावनाओं से भी अवगत कराता है। उन्होंने छात्रों को बताया कि बीएफएसआई क्षेत्र में करियर की असीम संभावनाएं हैं, जिन्हें सही दिशा में प्रयास करके हासिल किया जा सकता है। कार्यक्रम के मुख्य प्रशिक्षक डॉ. अंकुर भटनागर ने चार दिवसीय प्रशिक्षण सत्र की संक्षिप्त जानकारी साझा की और बताया कि इस दौरान विद्यार्थियों को बैंकिंग, बीमा और वित्तीय सेवाओं से जुड़ी विभिन्न महत्वपूर्ण जानकारियां दी गईं, जिससे वे इस क्षेत्र में अपने करियर को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकते हैं।
करियर काउंसलिंग सेल के प्रभारी डॉ. अनुराग श्रीवास्तव ने कार्यक्रम में उपस्थित छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आज के प्रतिस्पर्धी दौर में सही करियर मार्गदर्शन अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने बताया कि बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं और बीमा (बीएफएसआई) क्षेत्र में रोजगार की असीम संभावनाएं हैं, लेकिन इसके लिए सही दिशा में प्रशिक्षण और कौशल विकास आवश्यक है। करियर काउंसलिंग सेल विद्यार्थियों को न केवल विभिन्न करियर विकल्पों की जानकारी देता है, बल्कि उन्हें उन अवसरों को प्राप्त करने के लिए आवश्यक तैयारी भी कराता है। उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान और उद्योग की आवश्यकताओं को समझने का अवसर मिला है, जो उनके करियर को नई दिशा देने में सहायक होगा। डॉ. श्रीवास्तव ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि यदि वे लगन और समर्पण के साथ अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते हैं, तो उन्हें सफलता अवश्य मिलेगी। उन्होंने कॉलेज प्रशासन और एनएसई अकादमी को इस पहल के लिए धन्यवाद दिया और छात्रों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।
प्रभारी प्राचार्य एवं अर्थशास्त्र विभाग की प्रमुख प्रोफेसर अनुमिता अग्रवाल ने समापन समारोह में छात्रों को संबोधित करते हुए वित्तीय साक्षरता के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में वित्तीय जागरूकता केवल पेशेवरों के लिए ही नहीं, बल्कि प्रत्येक युवा के लिए आवश्यक है। उन्होंने दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मन मोहन सिंह की भूमिका को याद करते हुए कहा कि उनके प्रयासों से देश में आर्थिक सुधार संभव हो सके और आज भारत एक सशक्त वित्तीय प्रणाली की ओर अग्रसर है। प्रोफेसर अग्रवाल ने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि बैंकिंग, बीमा और वित्तीय क्षेत्र में करियर बनाने के लिए न केवल अकादमिक ज्ञान बल्कि व्यावहारिक अनुभव भी जरूरी है, जिसे इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने छात्रों से इस क्षेत्र की बारीकियों को समझने और अपनी वित्तीय समझ को मजबूत करने की अपील की। साथ ही, उन्होंने एनएसई अकादमी और कॉलेज के करियर काउंसलिंग सेल को इस सार्थक पहल के लिए बधाई दी और छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन सत्र में कुछ विद्यार्थियों ने अपने अनुभव साझा किए और बताया कि इस कार्यक्रम से उन्हें बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं के बारे में गहरी जानकारी प्राप्त हुई, जिससे उनके करियर की दिशा स्पष्ट हुई है। विद्यार्थियों ने इस अनूठी पहल के लिए कॉलेज प्रशासन और एनएसई अकादमी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन और धन्यवाद ज्ञापन गौरव परियोजना के नोडल अधिकारी डॉ. भानु प्रताप दुर्गापाल द्वारा किया गया। इस अवसर पर वाणिज्य विभाग के प्रभारी मो. डॉ. दीपक खाती, डॉ. विजय कुमार, डॉ. हेम चन्द्र भट्ट सहित लगभग 60 विद्यार्थी उपस्थित रहे। पूरे कार्यक्रम के दौरान छात्रों में उत्साह और जागरूकता का माहौल बना रहा, जिससे यह आयोजन अत्यंत सफल रहा।