काशीपुर। ऐतिहासिक और तेजी से उभरता नगर के मुख्य बाजार में उस वक्त उत्साह का माहौल बन गया जब महापौर दीपक बाली श्चाय पर चर्चाश् कार्यक्रम के तहत अचानक व्यापारियों के बीच पहुंचे और सबको चौंकाते हुए आत्मीय संवाद का सिलसिला शुरू कर दिया। बाजार की चहल-पहल के बीच जब वह दुकानदारों से व्यक्तिगत रूप से मिले, तो लोगों ने न सिर्फ उनका गर्मजोशी से स्वागत किया, बल्कि खुलकर अपनी समस्याएं भी साझा कीं। व्यापारियों ने यह कहते हुए उनके कार्यों की जमकर सराहना की कि वर्षों बाद सत्येंद्र चंद्र गुड़िया के बाद पहली बार काशीपुर को ऐसा जननेता मिला है जो वास्तव में नगर को विकास के उस रास्ते पर ले जा रहा है, जिसकी वर्षों से सिर्फ कल्पना ही की जाती थी। व्यापारियों का कहना था कि अब वे पूरी तरह निडर होकर अपना कारोबार कर पा रहे हैं, क्योंकि उन्हें पता है कि उनकी हर समस्या पर ध्यान देने वाला एक मजबूत नेतृत्व मौजूद है।

विकास की नई गति को लेकर बाजार में एक नया विश्वास देखने को मिला, जब महापौर दीपक बाली ने व्यापारियों को भरोसा दिलाया कि किसी भी समस्या को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि वह स्वयं 24 घंटे उनके साथ खड़े रहेंगे। जब व्यापारियों ने पुरुषोत्तम टंडन स्कूल के पास शौचालय की मांग रखी तो उन्होंने तत्काल स्वीकृति देकर यह जता दिया कि वह महज वादों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि काम करने वाले नेता हैं। उन्होंने बताया कि व्यापारियों के लाइसेंस की प्रक्रिया को पूरी तरह सरल बना दिया गया है जिससे अब किसी भी व्यापारी को नगर निगम के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। जलभराव की समस्या पर भी उन्होंने कहा कि चूंकि अभी समय बहुत कम मिला है, इसलिए पूर्ण समाधान नहीं हो पाया, मगर अगले दो दिनों में नगर के सभी नालों और नालियों की तलीझाड़ सफाई हो जाएगी।

व्यापारियों के बीच जब महापौर दीपक बाली ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का विशेष स्नेह काशीपुर पर बना हुआ है और शीघ्र ही नगर के प्रवेश द्वारों पर महापुरुषों के नाम से गेट स्थापित किए जाएंगे, तो वहां उपस्थित हर व्यापारी की आंखों में उम्मीद की चमक दिखने लगी। उन्होंने कहा कि वह शहर के सौंदर्यीकरण, ट्रैफिक मैनेजमेंट और मूलभूत सुविधाओं को सुधारने की दिशा में पूरी तरह गंभीर हैं और इसके लिए उन्होंने प्रशासन से लेकर आमजन तक का सहयोग मांगा। उन्होंने सभी दुकानदारों से व्यक्तिगत रूप से संवाद कर उनकी भावनाएं सुनीं और कहा कि जब नगर के लोग साथ होते हैं तो कोई भी बदलाव असंभव नहीं रह जाता। उन्होंने आश्वासन दिया कि चाहे सड़क हो, सफाई हो या सुरक्षाकृहर क्षेत्र में नगर को एक आदर्श शहर के रूप में विकसित किया जाएगा।
जो नज़ारा बाजार में दिखा, वह अभूतपूर्व था। काशीपुर किराना सोशल वेलफेयर समिति के बैनर तले व्यापारी समुदाय ने दीपक बाली का स्वागत इस अंदाज में किया कि हर आंख सम्मान से झुक गई। काजू और बादाम से बनी विशेष माला पहनाकर जब उन्हें गले लगाया गया, तो पूरा बाजार ‘महापौर दीपक बाली जिंदाबाद’ के नारों से गूंज उठा। गोपाल अग्रवाल, सुनील अग्रवाल, ऋषि अग्रवाल, संजय गुप्ता, उमेश सिंघल, रितेश सिंघल, सचिन अग्रवाल, राकेश अग्रवाल, मुकेश पाहवा, पीयूष अग्रवाल, संजय अग्रवाल, सुशील मियां, अखिलेश रस्तोगी, मोहन चंद्र अग्रवाल, सोनू बिहारी, सुधीर कुमार, प्रदीप गोयल, धीरज वर्मा, राजीव पैगिया, पार्षद पुष्कर बिष्ट, अशोक सैनी, कैलाश प्रजापति एडवोकेट, उनके पुत्र पार्षद शिवांश गोले, राजकुमार यादव, जसवीर सिंह सैनी, चौधरी समर पाल सिंह, संजय भाटिया, पीयूष गौड, सुनील टंडन, रविंद्र राणा, मंडल अध्यक्ष अर्जुन सिंह, प्रेम प्रकाश नेगी सहित सैकड़ों व्यापारी इस ऐतिहासिक स्वागत में मौजूद रहे।

इस आत्मीयता से भरे जनसंपर्क कार्यक्रम ने यह साफ कर दिया कि महापौर सिर्फ एक पदाधिकारी नहीं, बल्कि जनमानस की नब्ज को पहचानने वाले एक संवेदनशील और सक्रिय जननेता हैं, जिनके लिए जनता की भावना सर्वाेपरि है। जब भारतीय जनता पार्टी और पुष्कर सिंह धामी के समर्थन में नारे लगते हुए लोगों ने दीपक बाली को फूलों की वर्षा के बीच कंधों पर उठाकर सम्मान दिया, तो वह दृश्य यह संकेत दे गया कि काशीपुर की जनता अब नेतृत्व के उस स्वरूप को पा चुकी है, जिसकी उसे वर्षों से तलाश थी। ऐसा पहली बार देखा गया कि व्यापारियों और स्थानीय नागरिकों ने एक महापौर को दिल से स्वीकार किया और खुले शब्दों में उनके प्रयासों को सराहा। महापौर दीपक बाली ने भी इस अभूतपूर्व सम्मान को विनम्रता से स्वीकार करते हुए कहा कि यह स्नेह और भरोसा ही उनकी असली पूंजी है, जिसे वे जीवन भर सहेजकर रखेंगे और हर परिस्थिति में शहरवासियों की सेवा को ही अपना धर्म मानेंगे।