spot_img
दुनिया में जो बदलाव आप देखना चाहते हैं, वह खुद बनिए. - महात्मा गांधी
Homeउत्तराखंडकालागढ़ रेंज में मृत पाया गया गुलदार शावक, वन्यजीव संरक्षण को लेकर...

कालागढ़ रेंज में मृत पाया गया गुलदार शावक, वन्यजीव संरक्षण को लेकर उठे सवाल

कालागढ़ में मृत गुलदार शावक की रहस्यमय स्थिति पर अधिकारियों ने किया सघन जांच अभियान

रामनगर(एस पी न्यूज़)। रविवार को कालागढ़ रेंज के दक्षिणी बीट में एक दुखद घटना घटी, जब गश्त के दौरान एक मृत गुलदार शावक मिला। यह शावक लगभग दो महीने का था और सूखा सोत के सहायक नाले में मृत अवस्था में पाया गया। सभी अंग सुरक्षित थे, जो इस मामले में एक महत्वपूर्ण संकेत है। सूचना मिलते ही उच्च अधिकारियों को तुरंत सूचित किया गया और त्वरित कार्रवाई करते हुए एक टीम गठित की गई, जो आस-पास के क्षेत्र में सघन कांम्बिंग अभियान चलाने में जुट गई। सोमवार को शव को निर्धारित एसओपी के तहत विच्छेदन के लिए भेजा गया और विश्राम सैंपल एकत्रित कर जांच के लिए भेजे गए।

इस दुखद घटना के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए मौके पर कई अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे, जिन्होंने अपने-अपने विशेषज्ञ दृष्टिकोण से घटना की जांच शुरू की। इस दौरान उप निदेशक राहुल मिश्रा, वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. दुशयंत शर्मा और डॉ. राजीव कुमार, उप प्रभागीय वन अधिकारी बिंदर पाल, और वन क्षेत्र अधिकारी मनीष कुमार सहित अन्य स्टाफ मौजूद थे। घटना स्थल पर द कॉर्बेट फाउंडेशन के श्री मनोज सती और विश्व प्रकृति निधि की प्रतिनिधि श्री सोहिनी साह भी उपस्थित रहे। इन सभी ने मिलकर घटना के सभी पहलुओं की गहनता से जांच की और आगे की जांच के लिए आवश्यक कदम उठाए। इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि कार्बेट टाइगर रिजर्व में वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों की तत्परता अत्यंत महत्वपूर्ण है।

गुलदार शावक की मौत के कारणों का पता लगाने के लिए शव विच्छेदन और विश्राम सैंपल की रिपोर्ट्स आने के बाद मामले की दिशा तय होगी। इसके बाद यह भी देखा जाएगा कि क्या यह घटना प्राकृतिक कारणों से हुई या फिर कहीं बाहरी प्रभाव ने इसके जीवन को समाप्त किया। इस मामले की जांच में जुटे अधिकारी आश्वस्त हैं कि जल्द ही इस दुखद घटना के कारण का खुलासा किया जाएगा, ताकि इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए भविष्य में कदम उठाए जा सकें।

कार्बेट टाइगर रिजर्व और इसके आस-पास के क्षेत्रों में वन्यजीवों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए अधिकारी निरंतर प्रयासरत हैं। हाल ही में कालागढ़ रेंज के तहत एक गुलदार शावक की मृत अवस्था में प्राप्ति ने क्षेत्रीय वन्यजीव अधिकारियों को चिंतित कर दिया है। यह घटना एक महत्वपूर्ण संकेत है कि वन्यजीवों की सुरक्षा के मामले में सतर्कता और निगरानी को और भी मजबूत करने की आवश्यकता है।अधिकारी यह समझते हैं कि ऐसे घटनाएँ जंगलों और उनके निवासियों के लिए खतरनाक साबित हो सकती हैं। वन्यजीवों के शिकार, उनके प्राकृतिक आवास की हानि और मानव-वन्यजीव संघर्ष की संभावना को कम करने के लिए इन क्षेत्रों में अधिक पैनी निगरानी की जरूरत है। इस संदर्भ में, अधिकारियों ने सक्रिय निगरानी और प्रभावी गश्ती योजनाओं के तहत अगले चरण की योजना बनाई है। इस घटना से अधिकारी अब और अधिक सतर्कता बरतने के लिए प्रतिबद्ध हैं और उन्होंने जंगलों के भीतर विशेष निगरानी टीमों के गठन की योजना बनाई है। साथ ही, क्षेत्रीय समुदायों को भी वन्यजीव सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के प्रयासों को बढ़ावा दिया जाएगा ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।

संबंधित ख़बरें
गणतंत्र दिवस की शुभकामना
75वां गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएँ

लेटेस्ट

ख़ास ख़बरें

error: Content is protected !!