काशीपुर। लाहौरियान मोहल्ले में स्थित श्री आर्य समाज मंदिर में आज दिनांक 18 मई 2025 को एक विशेष और अनुकरणीय आयोजन का साक्षी बनाए जब आर्य समाज काशीपुर की वर्ष 2025.26 की कार्यकारिणी का गठन पूर्णतः निर्विरोध रूप से संपन्न हुआ। इस अवसर पर साप्ताहिक यज्ञ और सत्संग के समापन के उपरांत जब चुनावी प्रक्रिया का विधिवत आरंभ हुआए तो समस्त माहौल में अनुशासन और आत्मीयता की विशेष छाप देखने को मिली। आर्य प्रतिनिधि सभा देहरादून के दिशा.निर्देशों के अनुसार चुनाव की सम्पूर्ण प्रक्रिया शांतिपूर्वक और नियमानुसार पूरी की गई। इस आयोजन में न केवल चुनाव की औपचारिकताएं निभाईं गईंए बल्कि सामूहिक एकजुटता और संगठनात्मक सौहार्द की एक मिसाल भी प्रस्तुत की गईए जहां हर पदाधिकारी का चयन सर्वसम्मति और सहमति से किया गयाए जिससे समाज के प्रति समर्पण और आदर्शों के प्रति प्रतिबद्धता स्पष्ट झलकती रही।
इस बार की कार्यकारिणी में जिन प्रमुख चेहरों को जिम्मेदारियां सौंपी गईंए उनमें सबसे अहम नाम अतुल कुमार रस्तोगी का हैए जिन्हें निर्विरोध प्रधान के पद पर चुना गया। वहीं संजय अग्रवाल को मंत्री का दायित्व सौंपा गया और उपप्रधान के रूप में अजय अग्रवाल का चयन किया गया। मनोज कुमार विश्नोई उप मंत्री के रूप मेंए जबकि दूसरे उप मंत्री और प्रचार मंत्री पद का भार विकल्प गुड़िया को सौंपा गया। कोषाध्यक्ष के रूप में अमरीश गर्ग कोए आय व्यय निरीक्षक के तौर पर सुरेश चंद्र तिवारी कोए पुस्तकालय अध्यक्ष के रूप में सुनील कुमार उपाध्याय को और अधिष्ठाता आर्यवीर दल की जिम्मेदारी मयंक अग्रवाल को मिली। इसके अतिरिक्त द्रोणा सागर स्थित श्री मद्यानंद आश्रम के प्रबंधक पद पर एडवोकेट वीरेंद्र कुमार चौहान को निर्विरोध चुना गया। ये सभी चयन न सिर्फ निर्विरोध रहे बल्कि प्रत्येक सदस्य का चुनाव कार्यकारिणी के सामूहिक समर्थन और विश्वास का प्रमाण भी बनाए जिससे यह चुनाव केवल औपचारिक नहीं बल्कि संगठन की स्थिरता और विश्वास का उत्सव प्रतीत हुआ।
नवनिर्वाचित कार्यकारिणी के अतिरिक्त सात और प्रतिष्ठित जनों को अंतरंग सदस्य के रूप में चुना गयाए जिनमें प्रेम प्रकाश गुप्ताए शिव चरण सिंह विश्नोईए अवध कुमार अग्रवालए विजय कुमार शर्माए मयंक गुप्ताए मनोज कुमार सक्सेना और प्रभाकर पाठक सम्मिलित हैं। इन सभी के नाम जब प्रस्तावित किए गए तो उपस्थित सभी जनों ने हर्ष और सहमति के साथ ध्वनि मत द्वारा समर्थन व्यक्त कियाए जिससे यह स्पष्ट हुआ कि आर्य समाज काशीपुर में संगठनात्मक सुदृढ़ता के साथ.साथ आपसी सम्मान और सहयोग का भाव गहराई से विद्यमान है। विशेष रूप सेए प्रेम प्रकाश गुप्ताए जो समाज के पूर्व प्रधान भी रहे हैंए और वरिष्ठ सदस्य शिवचरण विश्नोई को संरक्षक के रूप में मनोनीत किया गया। यह निर्णय समाज की परंपराए वरिष्ठता और अनुभव के प्रति श्रद्धा भाव को प्रदर्शित करता है। जब उनका नाम संरक्षक के रूप में प्रस्तुत हुआ तो समस्त सभा ने तालियों की गूंज के साथ उस प्रस्ताव को सहर्ष स्वीकार किया।
पूर्व प्रधान प्रेम प्रकाश गुप्ता ने इस अवसर पर भावुकता से भरा भाषण दियाए जिसमें उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान प्राप्त सहयोग और संगठन की प्रतिबद्धता के लिए सभी का आभार जताया। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि समाज की सेवा एक व्यक्ति का नहीं बल्कि सामूहिक संकल्प का परिणाम होती है। उन्होंने नवनिर्वाचित कार्यकारिणी को शुभकामनाएं देते हुए आशा जताई कि अब यह नई टीम न केवल समाज की विचारधारा को आगे बढ़ाएगीए बल्कि अधिक सक्रियता से सामाजिक सरोकारों के कार्यक्रमों का आयोजन भी करेगी। उनकी बातों से स्पष्ट था कि उन्होंने न केवल संगठन को नेतृत्व दिया बल्कि उसे आत्मीयता से सींचा भी। प्रेम प्रकाश गुप्ता ने यह विश्वास भी जताया कि नई टीम अपने कर्तव्यों के निर्वहन में पूर्व की अपेक्षा अधिक सक्रिय और नवाचारी दृष्टिकोण अपनाएगी।
कार्यक्रम के अंतिम चरण मेंए जब नवनिर्वाचित प्रधान अतुल कुमार रस्तोगी ने सभा को संबोधित कियाए तो उनके शब्दों में न केवल कृतज्ञता झलकीए बल्कि दृढ़ संकल्प और नेतृत्व की स्पष्ट झलक भी देखने को मिली। उन्होंने समस्त कार्यकारिणी को उनके निर्विरोध निर्वाचन पर बधाई देते हुए कहा कि यह चुनाव केवल पद नहींए बल्कि एक जिम्मेदारी है जिसे पूरी निष्ठा और समर्पण से निभाना होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका लक्ष्य केवल समाज को संगठित रखना नहींए बल्कि आर्य समाज की नीतियों और स्वामी दयानंद जी के विचारों को जन.जन तक पहुंचाना भी है। उन्होंने इस बात पर विशेष जोर दिया कि समाज से अधिक से अधिक युवाओं और नागरिकों को जोड़ा जाएए ताकि आर्य समाज की चेतना एक जनांदोलन के रूप में उभर सके। अंत में उन्होंने सभी सदस्यों का धन्यवाद करते हुए आह्वान किया कि यह कार्यकारिणी समर्पण और सेवा के मूल मंत्र के साथ समाज को एक नई ऊंचाई पर ले जाने का कार्य करेगी।
कार्यवाही का समापन शांतिपाठ के साथ अत्यंत गरिमामय वातावरण में संपन्न हुआए जहां उपस्थित जनसमूह ने अपने नए नेतृत्व को शुभकामनाएं देते हुए आर्य समाज के उज्जवल भविष्य की कामना की। सभा की हर बातए हर निर्णय और हर क्षण में संगठन की परिपक्वता और संकल्प की शक्ति स्पष्ट झलक रही थी। यह आयोजन केवल चुनाव नहींए अपितु एक सामाजिक एकजुटता का भव्य उदाहरण बनकर काशीपुर के इतिहास में अंकित हो गया।