काशीपुर। कांग्रेसी नेता रवि पपनै पर हुए जानलेवा हमले की गुत्थी को पुलिस ने गंभीरता से लेते हुए सुलझा लिया है। मामले में पुलिस ने दो हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि तीसरे की तलाश तेजी से जारी है। यह हमला न केवल राजनीतिक रूप से संवेदनशील था, बल्कि शहर की कानून व्यवस्था को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े करता है। घटना की पुष्टि होते ही आईटीआई थाना पुलिस ने मामले की जांच में तेजी दिखाई। रवि पपनै ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि 16 जून की रात करीब 11 बजे जब वह कृष्णा हॉस्पिटल के पीछे फर्नीचर की दुकान के सामने स्लैब पर बैठे हुए थे, तभी तीन नकाबपोश युवक अचानक पीछे से आकर उन पर टूट पड़े। आरोपियों ने न सिर्फ उन्हें गालियां दीं, बल्कि बेल्टों से ताबड़तोड़ हमला कर दिया, जिससे उनकी आंख, नाक, होंठ और शरीर के अन्य हिस्सों पर गंभीर चोटें आईं। घटना के दौरान एक युवक ने पूरी मारपीट की वीडियो भी बनाई और जान से मारने की धमकी दी।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता रवि पपनै ने जैसे-तैसे वहां से जान बचाकर भागने में कामयाबी पाई, नहीं तो हमलावरों की नीयत उन्हें जान से मारने की थी। घटना की गंभीरता को देखते हुए आईटीआई थाना पुलिस ने तत्काल अज्ञात आरोपियों के खिलाफ बीएनएस की धारा 115, 131, 351(2), 352 के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी। उधम सिंह नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा ने इस हमले को बेहद संवेदनशील मानते हुए तत्काल सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश जारी किए कि आरोपियों की गिरफ्तारी जल्द से जल्द सुनिश्चित की जाए। इसके बाद काशीपुर पुलिस अधीक्षक अभय सिंह और क्षेत्राधिकारी दीपक कुमार के निर्देशन में दो टीमों का गठन किया गया। एक टीम को घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच का जिम्मा सौंपा गया, जबकि दूसरी टीम को मैनुअल सूचनाओं और संदिग्धों की शिनाख्त पर लगाया गया।
सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी साक्ष्य और पीड़ित की गवाही के आधार पर यह खुलासा हुआ कि इस हमले को अंजाम देने वाले युवक जसपुर खुर्द क्षेत्र के निवासी थे। जांच में सामने आया कि हमले में शामिल मुख्य आरोपी अयान शेख पुत्र जावेद निवासी कोर्ट के पास जसपुर खुर्द है, जो एक शातिर और आपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति है। अयान पर पूर्व में लूट, चोरी और मारपीट जैसे 12 मुकदमे दर्ज हैं। उसके साथ दूसरा आरोपी सौरभ दिवाकर पुत्र सुरेश दिवाकर निवासी दुर्गा कॉलोनी जसपुर खुर्द है, जबकि तीसरा आरोपी हर्षित राणा निवासी गढ़वाल सभा जसपुर खुर्द अब भी फरार है। पुलिस ने मुखबिर की सूचना और निरंतर निगरानी के आधार पर अयान शेख और सौरभ दिवाकर को चौती मैदान से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में अयान ने हमले की पुष्टि करते हुए बताया कि कुछ महीने पहले उसका एक लड़के से विवाद हुआ था, जिसमें रवि पपनै ने उस लड़के का पक्ष लिया था, इसी बात से वह नाराज था और मौके की तलाश में था।
घटना की रात जब अयान शेख अपने दो साथियों सौरभ दिवाकर और हर्षित राणा के साथ मोटरसाइकिल से कृष्णा हॉस्पिटल की ओर जा रहा था, तब उन्होंने रवि पपनै को अकेला देखकर हमले की योजना को अंजाम दिया। मुंह पर कपड़ा बांधकर पहचान छिपाई गई और अचानक हमला कर दिया गया। अयान ने बताया कि तीसरा साथी हर्षित राणा घटना के समय बाइक पर ही बैठा रहा और उनकी सहायता करता रहा। हालांकि, घटना की वीडियो किसने बनाई, इस संबंध में दोनों आरोपियों ने अनभिज्ञता जाहिर की। पुलिस अब फरार आरोपी हर्षित राणा की तलाश में दबिश दे रही है और जल्द ही उसे भी गिरफ्तार किए जाने की उम्मीद है।
इस पूरे ऑपरेशन में आईटीआई पुलिस की टीम ने बेहद सतर्कता और रणनीतिक तरीके से कार्य किया। अपर उपनिरीक्षक पुष्कर दत्त भट्ट के नेतृत्व में कांस्टेबल नीरज शुक्ला और गिरीश विद्यार्थी ने मिलकर सुरागरसी, पतारसी और तकनीकी सहयोग के माध्यम से आरोपियों तक पहुंच बनाई। इस हमले ने जहां राजनीतिक गलियारों में हलचल मचाई है, वहीं काशीपुर के नागरिकों के मन में भी असुरक्षा का भाव उत्पन्न किया है। रवि पपनै पर यह हमला न केवल व्यक्तिगत रंजिश का परिणाम था, बल्कि यह दिखाता है कि कैसे अपराधियों को कानून का डर नहीं रह गया है।
अब देखना यह होगा कि फरार आरोपी हर्षित राणा को कब तक पुलिस गिरफ्तार करती है और आगे की न्यायिक कार्रवाई किस दिशा में बढ़ती है। इस पूरे मामले ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि राजनीतिक और सामाजिक हस्तियों की सुरक्षा को लेकर और अधिक सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है। रवि पपनै पर हुआ यह हमला केवल एक व्यक्ति पर नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक व्यवस्था और सामाजिक मर्यादा पर हमला है। काशीपुर की जनता अब पुलिस से उम्मीद कर रही है कि जल्द से जल्द तीसरे आरोपी को भी गिरफ्तार कर उसे कानून के कठघरे में खड़ा किया जाएगा।