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अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर रामनगर में जोश और जागरूकता का अनोखा संगम

महिला सशक्तिकरण की गूंज, सम्मान और सांस्कृतिक कार्यक्रमों से महाविद्यालय में बिखरी रोशनी

रामनगर। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में रामनगर के पीएनजी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में दो दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम की शानदार शुरुआत हुई। भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अंतर्गत केंद्रीय संचार ब्यूरो, क्षेत्रीय कार्यालय, नैनीताल द्वारा आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में कई विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति रही। कार्यक्रम की शुरुआत 7 मार्च 2025 को दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई, जिसमें उत्तराखंड राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ. गीता खन्ना, नगर पालिका अध्यक्ष रामनगर मोहम्मद अकरम, महाविद्यालय प्राचार्य प्रो. एम.सी. पांडे, केन्द्रीय संचार ब्यूरो के प्रादेशिक कार्यालय देहरादून की सहायक निदेशक डॉ. संतोष आशीष, क्षेत्रीय कार्यालय नैनीताल की कार्यक्रम अधिकारी श्रद्धा गुरुरानी तिवारी ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस अवसर पर महिला सशक्तिकरण को लेकर गहन चर्चा हुई और महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने पर जोर दिया गया।

कार्यक्रम प्रभारी श्रद्धा गुरुरानी तिवारी ने स्वागत भाषण प्रस्तुत करते हुए अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला और इस विशेष आयोजन की रूपरेखा साझा की। मुख्य अतिथि डॉ. गीता खन्ना ने महिलाओं की भूमिका को सशक्त बनाने के लिए प्रेरित करते हुए कार्यक्रम की सराहना की। उन्होंने विभाग द्वारा लगाई गई चित्र प्रदर्शनी को देखकर प्रसन्नता व्यक्त की और स्थानीय जनता से इस प्रदर्शनी को देखने की अपील की। वहीं, नगर पालिका अध्यक्ष मोहम्मद अकरम ने महिलाओं के प्रति सम्मान और आदर बनाए रखने का संदेश दिया। उन्होंने अपने व्यक्तिगत अनुभव साझा करते हुए कहा कि हर व्यक्ति को अपने घर से ही महिलाओं के सम्मान की शुरुआत करनी चाहिए। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. एम.सी. पांडे ने इस आयोजन की प्रशंसा करते हुए केंद्रीय संचार ब्यूरो का आभार प्रकट किया और भविष्य में भी ऐसे प्रेरणादायक कार्यक्रमों के आयोजन की आवश्यकता बताई।

कार्यक्रम के दौरान सामाजिक उत्थान में महत्वपूर्ण योगदान देने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर डॉ. धनेश्वरी घिल्डियाल, अनीता शर्मा गौड़ और डॉ. जया भट्ट को विशेष रूप से मुख्य अतिथि द्वारा सम्मानित किया गया। समाजशास्त्र विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अलका राजौरिया ने महिला सशक्तिकरण के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करते हुए महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया।

कार्यक्रम में उपस्थित अतिथि गणेश रावत ने मातृशक्ति को नमन करते हुए महिलाओं को सरकारी योजनाओं का अधिकतम लाभ उठाने की सलाह दी। गणेश रावत ने इस दौरान कहा कि महिलाओं का सशक्तिकरण केवल एक विचार नहीं, बल्कि समाज के विकास की नींव है। आज के दौर में हर महिला को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होना जरूरी है। सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाकर महिलाएं न सिर्फ आत्मनिर्भर बन सकती हैं, बल्कि समाज में एक मिसाल भी कायम कर सकती हैं। हमें महिलाओं को सिर्फ सहानुभूति नहीं, बल्कि समान अवसर देने की जरूरत है ताकि वे अपनी क्षमताओं का पूरा उपयोग कर सकें।

उन्होने कहा कि मातृशक्ति सदियों से समाज को दिशा देने का कार्य कर रही है, और अब समय आ गया है कि हम उन्हें उनके हक और सम्मान के प्रति और अधिक जागरूक करें। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और सुरक्षा के क्षेत्र में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी ही एक सशक्त समाज की नींव रख सकती है। उन्होने कहा कि मैं सभी मातृशक्ति से अपील करता हूं कि महिलाओं को आगे बढ़ाने के इस प्रयास में अपनी भूमिका निभाएं और उनकी सफलता में योगदान दें। एक सशक्त नारी ही एक सशक्त समाज की पहचान है।

इस विशेष अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया, जिसमें योग प्रतियोगिता, चित्रकला प्रतियोगिता, कुर्सी दौड़ और भाषण प्रतियोगिता शामिल रही। योग प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर तनुजा नयाल, द्वितीय स्थान पर अर्चना जैन और तृतीय स्थान पर मनीषा शर्मा रहीं। वहीं, चित्रकला प्रतियोगिता में तनिष्क ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, सौम्या को द्वितीय स्थान और शेखर बिष्ट को तृतीय स्थान मिला।

कार्यक्रम में होली गायन प्रतियोगिता की धूम मची, जहां प्रतिभागियों ने अपने सुरों से माहौल को संगीतमय बना दिया। कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय संचार ब्यूरो के पंजीकृत सांस्कृतिक दल द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दी गईं, जिनमें महिला सशक्तिकरण से जुड़े कई नृत्य और गीत शामिल रहे। इस मौके पर विभाग द्वारा आयोजित प्रश्नोत्तरी, चित्रकला और अन्य प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया।

कार्यक्रम का समापन सहायक निदेशक डॉ. संतोष आशीष द्वारा सभी अतिथियों और प्रतिभागियों के प्रति आभार व्यक्त करने के साथ हुआ। कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय के समारोहक डॉ. डी.एन. जोशी ने किया, जबकि प्रदर्शनी अधिकारी भाष्कर जोशी, शोभा चरक समेत महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक, स्थानीय नागरिक और विद्यार्थी इस आयोजन में बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

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